Monday, 23 July 2012

जुबा हिलाओं तो हो जाए फैसला दिल का

जुबा हिलाओं तो हो जाए फैसला दिल का
अब आ चुका है लबो पर मुआमला दिल का

किसी से क्या हो तपिश में मुलाबिला दिल का

जिगर को आँख दिखाता है आबला दिल का

कुसूर तेरी निगाहों का है, क्या खता उसकी

लगावटो ने बढाया है हौसला दिल का  

शबाब आते ही ऐ काश मौत भी आती

कि जिनके आगे भरे पानी, आबला दिल का

कुछ और भी तुझे ऐ 'दाग' बात आती है

वही बुतों की शिकायत, वही गिला दिल का

~ मिर्ज़ा दाग देहलवी

मायने: आबला=छाला, ज़ख्म; गिला=शिकायत

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