Fani Badayuni
1879-1941
1.
कारवाँ गुज़रा किया हम रहगुज़र देखा किये
करवाँ गुज़रा किया हम रहगुज़र देखा किये
हर क़दम पर नक़्श-ए-पा-ए- राहबरदेखा किये
यास जब छाई उम्मीदें हाथ मल कर रह गईं
दिल की नब्ज़ें छुट गयीं और चारागर देखा किये
रुख़ मेरी जानिबनिगाह-ए-लुत्फ़ दुश्मन की तरफ़
यूँ उधर देखा किये गोया इधर देखा किये
दर्द-मंदाने-वफ़ा की हाये रे मजबूरियाँ
दर्दे-दिल देखा न जाता था मगर देखा किये
तू कहाँ थी ऐ अज़ल ! ऐ नामुरादों की मुराद !
मरने वाले राह तेरी उम्र भर देखा किये
शब्दार्थ:
रहगुज़र= पथ
नक़्श-ए-पा-ए- राहबर=नेतृत्व करने वाले के पद-चिह्न
चारागर=उपचारक
रुख़=चेहरा
जानिब=ओर्
निगाह-ए-लुत्फ़=आनंद-दायक दृष्टि
गोया=जैसे कि
अज़ल=मृत्यु
करवाँ गुज़रा किया हम रहगुज़र देखा किये
हर क़दम पर नक़्श-ए-पा-ए- राहबरदेखा किये
यास जब छाई उम्मीदें हाथ मल कर रह गईं
दिल की नब्ज़ें छुट गयीं और चारागर देखा किये
रुख़ मेरी जानिबनिगाह-ए-लुत्फ़ दुश्मन की तरफ़
यूँ उधर देखा किये गोया इधर देखा किये
दर्द-मंदाने-वफ़ा की हाये रे मजबूरियाँ
दर्दे-दिल देखा न जाता था मगर देखा किये
तू कहाँ थी ऐ अज़ल ! ऐ नामुरादों की मुराद !
मरने वाले राह तेरी उम्र भर देखा किये
शब्दार्थ:
रहगुज़र= पथ
नक़्श-ए-पा-ए- राहबर=नेतृत्व करने वाले के पद-चिह्न
चारागर=उपचारक
रुख़=चेहरा
जानिब=ओर्
निगाह-ए-लुत्फ़=आनंद-दायक दृष्टि
गोया=जैसे कि
अज़ल=मृत्यु
No comments:
Post a Comment