बहुत मुश्किल होता है
जीती हुई बाज़ी
हारने के बाद
एक हारी हुई
ज़िन्दगी को
जीते रहना
बहुत मुश्किल होता है
बिना साथी के
कंटीली राहों से
अकेले
दामन बचा कर
गुजरना
आसान तो होता है
ये कह देना कि
खुद को संभाल लेंगे,
यादो के सहारे
जी लेंगे,पर
बहुत मुश्किल होता है
इतिहास बनी यादों
के साथ तन्हा जीवन
बसर करना
-आराधना सिंह
जीती हुई बाज़ी
हारने के बाद
एक हारी हुई
ज़िन्दगी को
जीते रहना
बहुत मुश्किल होता है
बिना साथी के
कंटीली राहों से
अकेले
दामन बचा कर
गुजरना
आसान तो होता है
ये कह देना कि
खुद को संभाल लेंगे,
यादो के सहारे
जी लेंगे,पर
बहुत मुश्किल होता है
इतिहास बनी यादों
के साथ तन्हा जीवन
बसर करना
-आराधना सिंह
Bilkul sahi
ReplyDeleteKah dena Aasan he nibhana mushkil he